क्या हिन्दू साम्प्रदायिक है ?

भारत भूमि के कुछ हिस्से पर सब से पहले 1193 में विदेशी मुस्लिम शासन शुरू हुआ था | उस से पहले भारत भले ही छोटी छोटी रियासतों में बंटा था , पर सभी जगह हिन्दू शासक ही राज करते थे , इस तरह भारत एक हिन्दू राष्ट्र था | ये हिन्दुओं का देश है, यहाँ बहुसंख्यक होते हुए भी हिन्दू अपने ही देश ग़ुलाम बन के रहे | 1193 में भारत में आ कर 1857 तक देश पर राज करने वाले मुस्लिमों ने बड़े पैमाने पर तलवार के बल पर हिन्दुओं पर शासन किया , उन की बहू बेटियों से बलात्कार किया | जोर जबरदस्ती से उन का धर्म परिवर्तन किया | 1857 में भारत पर ब्रिटिश हकूमत शुरू हो गई | अंग्रेजों ने हिन्दू धर्म छोड़ कर मुस्लिम हुए भारतीय हिंदुओं और नव मुस्लिमों में नफरत पैदा की | 1193 में मुहम्मद घोरी के भारत आने से पहले जो भारत पूर्णत हिन्दू राष्ट्र था , पर 1947 में उसे छोड़ने से पहले अंग्रेज हिन्दुओं और मुसलमानों में बंटवारा कर गए | इस तरह भले ही ही हिन्दुओं को अधूरा भारत वापस मिला , पर हिन्दू भारत को 764 सालों बाद मुस्लिमों तथा अंग्रेज़ों के ग़ुलामी से आज़ादी मिली है। आज लोग कह रहे है हिन्दू साम्प्रदायिक हो गए ,,,,,,,,....

पूर्व राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी ने राष्ट्रीय स्वय सेवक संघ के कार्यक्रम में मुस्लिम शासकों को आतताई हमलावर कह कर सम्बोधित किया है | यह उन वामपंथी इतिहासकारों के मुहं पर तमाचा है जो भारत को सिर्फ अंग्रेजों का ही गुलाम हुआ बताते रहे है और मुगल शासकों को भारत के शासक बताते रहे हैं |

भारत पर मुस्लिम हमलावरों के शासन की जानकारी काबीले तारीफ है...

गुलाम वंश

खिलजी वंश

तुगलक वंश

सैय्यद वंश

लोदी वंश

मुगल वंश

सूरी वंश

मुगल वंश पुनःप्रारंभ

ब्रिटिश राज (वाइसरॉय)

ब्रिटिस राज समाप्त शासन काल 90 वर्ष लगभग